Search Your Song
नीलाम्बर में देह चमके, काली घटा छाई तन में।।
नैंन की कोरि कजरवा देकें, मार चली गोरी रन में।।
अबीर गुलाल के बादल छाये, फाग मचौ वृन्दावन में।।
घूमि घूमि पिचकारी चलावत, अबीर मलै गालन में।।