Search Your Song

मुतिया झलकावै, धन बैठी दुलीचा।।
चलि बालम बढ़ई के चलियै, आछौ नीकों पलिका बनइयै।
रेशम बान बुनों हैं पलिका, साल सों साल मिलइयै।।
चलि बालम दरजी के चलियै, आछी नीकी चुलिया सिवंइयै।।
चौंसठि बंद लगे चुलिया सों हीरा लाल लगइयै।
चलि बालम बरही कें चलियै, आछौ नीकौ बीरा लगइयै।
खैर सुपारी लौंग लायची, पियकों पान खवइयै।।