Search Your Song
लाड़िले बन को चले गए, कुबरी ने जादू रचौ।।
केकई चाहै राज भरत कौं पिंरजहिं राम रूचै हां....
मात कौशिल्या फिरै हकबकी, दशरथ प्रान तजे।।