Search Your Song
गारी दई और कांकर मारौ, अब कैसें घर जाउगे लला।।
कांकर मारि गली भयौ ठाढ़ौ, अबकैं बदलौ मैं लैऊंगी लला।।
छीनि लेंउँ तेरी लकुट कमरिया, तब कैसे इठिलाउगे लला।।