Dear friends,
It's been an extremely important week. The standoff in Eastern Ladakh continues, the Covid count surges at an abnormally high rate, but the most important being making of the history with the 'श्रीराम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर का भूमि पूजन' in Ayodhya.
The situation in Eastern Ladakh has now reached a stalemate, with China continuing to play a very cowardice and cunning role. I am using a little harsh words, but this is the absolute reality. China has never been known for soldierly dealings,ie forthrightness, straight forward approach and correct dealings. Every action of China is with a hidden agenda,never satisfied, always wanting to grab other's land and other's assets by adopting to dubious means. They have now done the same in Eastern Ladakh also. With evil designs they want to redefine the LAC. India's response has been measured, correct, strong and unambiguous. Let it be very clear to the Chinese leadership and its military that India will not compromise even an inch of it's territory, come what may! The Indian Armed Forces are capable of throwing them out if we are driven to that stage. Please do not test the patience of the Indian Armed Forces. It's a' नया भारत' full of confidence, strength, conviction and capabilities to ensure that the'right( धर्म)' is ensured. चीन किसी भी भ्रम या गलतफहमी में ना रहे। यह आत्म निर्भर, आत्म सम्मान से भरपूर, सक्षम, सुदृढ़ और सामर्थ्यवान भारत है जो किसी भी प्रकार की चालाकी भरी करतूत का बड़ी मजबूती से सामना कर सकता है। भारत हर तरह की द्वेषपूर्ण और गलत भावना/ उद्देश्यों से की गई हरकत का समुचित ज़बाब करने में पूर्णतः सक्षम है। भारत की 130 करोड़ जनता की ताकत का अभी, शायद चीन को एहसास नहीं हुआ है। भारत अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने में पूर्णतः सक्षम है। भारत हमेशा शांति का पुजारी रहा है, लेकिन इसको कोई भी हमारी कमजोरी न समझे। हम अपने जान से भी ज्यादा प्यारे भारत की रक्षा करने में पूर्णतः सक्षम है, और अगर बल की जरूरत पडी तो चीन जिन्दगी भर अपने इस चालाकी भरे कृत्य के लिए पछतायेगा। 'ऐ वतन, ऐ वतन आबाद रहे तू। मैं जहां भी रहूं, जहां में याद रहे तू।।
The air accident in Calicut/ Kozhikode on 7 th, evening was most unfortunate. Some of our brothers and sisters coming from Middle East back home, lost their lives and quiet a few are injured. It's most unfortunate but these are the hazards of life. Our heartfelt condolences to the bereaved families. Let me request you all, let's not speculate on the reason for the accident and let us not start demanding the closure of the airport and the 'Vande Bharat' mission. These are very emotional projects,we need to care for all Indians anywhere on the globe. Accidents do happen, even in most ideal conditions, things go wrong अनहोनी हो जाती है, लेकिन हम अपने कर्म से कभी भी डिगते नहीं है। Capt Sathe was an extremely good pilot,a test pilot and highly experienced,so was the co-pilot Akhilesh Kumar. Lets have faith in the system, the truth and actual reason will soon be known. Let's honour the courage and fortitude of the brave pilots.
The President of Turkey Erdogan has indulged in an extremely sad and unpardonable act in his country. He has converted the world famous Hagia Sophia Museum in Istanbul into the Mosque. This was initially constructed as a Cathedral in 532 AD,and remained as such till 1453 AD when it was converted into a mosque during the Ottoman Empire period. However,Kamal Ataturk the founder of present day Turkey converted it into a museum in 1930 in keeping with the feelings of the Christians in the Country and World. Since then it remained as a grand museum till recently when it was converted to Mosque. This is an extremely dangerous trend of destroying history, religion and also the spirituality. The bonhomie and goodwill amongst all sections of the society is going to be affected. Mr Erdogan is playing with fire, and will soon realise that what has been done will only give some momentary pleasure, but in the long term perspective it will have very negative impact in the international relations and on humanity.
प्रधानमंत्री द्वारा 'गंदगी मुक्त भारत' अभियान का शुभारंभ किया गया है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बहुत कुछ काम हुआ है,अब हम सब मिलकर 'गंदगी मुक्त भारत' अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और भारत को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दे। दोस्तों, देश हम सब का है और देश को सुंदर और आकर्षक बनाने में हम सब को मिलकर काम करना है। भारत के अस्तित्व की रक्षा और प्रतिभा को निखारने में हम सब को अपनी आहुति देनी है।
'ये भारत हमको जान से भी प्यारा है'।
आज हम सबको यह सोचना होगा कि हम देश के लिए क्या कर सकते हैं। हर भारतवासी में कुछ न कुछ हुनर और काबिलियत है। हम ने उस को निखारना है और निस्वार्थ भाव से देश की सेवा में लग जाना है।
' ताकत वतन की हमसे है, हम देश के हैं मतवाले'।
New Education Policy has been recently announced by the Govt.It has some very positive aspects. Most important being the language, your own will be the medium initially. Therefore understanding of the subjects will be easier, you will be rooted to your culture, spiritual and glorious history. The need for pre nursery and nursery has been formalised. The aim of education, has to my mind shifted to making one capable to face the world rather making you, a money making machine.The skill development being part of the new education system is another welcome step. Overall an exceptionally well meaning and practical policy in line with the aim of cultural, spiritual and scientific development of the students. मेरा सभी देशवासियों से और राजनीतिक पार्टियों से नम्र निवेदन है कि इस बहुत ही महत्वपूर्ण विषय को राजनीति में न खींचें और भारत के भविष्य के लिए तन,मन और मस्तिष्क से इसके कार्यान्वयन और इस शिक्षानीति को सफल बनाने में लग जायें। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत फिर शिक्षा के क्षेत्र में विश्व पटल पर अपनी ख्याति अर्जित कर लेगा।
'हो गयी है पीर पर्वत सी, इस हिमालय से अब कोई गंगा निकलनी चाहिए'।
राम जन्म भूमि का भूमि पूजन 5 अगस्त को हो गया है। प्रधानमंत्री जी ने स्वयं भूमि पूजन में देशवासियों का प्रतिनिधित्व किया,यह हर भारतवासी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। जिस भावना से मोहम्मद इकबाल( बाबरी मस्जिद के पक्षकार) ने भी इस पूजा में शिरकत की यह भारतीय परंपरा और संस्कृति, सदभाव और समरसता का ज्वलंत उदाहरण है। सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद जिस सदभाव और सौहार्द्र का परिचय देश में देखने को मिला,वह अनुकरणीय है।
कुछ अनपढ और दिशाभ्रमित नेताओं की टिप्पणी अफसोसजनक है। लेकिन ऐसे स्वयंभू नेताओं का अब कोई अस्तित्व नहीं है और वो बिल्कुल दिशाहीन हो गये है। हम को उनके कथन और टिप्पणियों की भर्त्सना जरुर करनी चाहिए, लेकिन ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए। ये लोग अब नये भारत के निर्माण में अपना अस्तित्व खो चुके हैं हमें उनको बिल्कुल भी महत्व नहीं देना चाहिए।
'उठो धरा के वीर सपूतों, पुनः निर्माण करो, जन जन के जीवन में नई स्फूर्ति नव प्राण भरो'।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हर भारतवासी की आस्था का केंद्र है और हम सब को, भारतीय संस्कृति सदभाव, मूल्यों, आदर्शों और संस्कार का पालन करने में प्रेरणा स्रोत है। श्रीराम, संस्कृति, अध्यात्म और इतिहास की धरोहर है, हम सब उनसे प्रेरणा लेकर नये भारत के निर्माण में और भारत को विश्व गुरु बनाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ेंगे।
In the end once again my heartfelt thanks and sincere gratitude to all the Covid warriors who are leading from the front and have put their lives in the line of fire. उनके त्याग, तपस्या और बलिदान के आगे हम सब नतमस्तक हैं। हम इन वीर और वीरांगनाओं के जज्बे को सलाम करते हैं। आप का यह बलिदान कभी भी व्यर्थ नहीं जायेगा। आप हर भारतवासी के लिए प्रेरणा के प्रतीक हैं। कोरोना से लडाई लम्बी है लेकिन उतना ही हमारा संकल्प,साहस, संयम और दृढ़ निश्चय मजबूत है। हम अवश्य ही कोरोना से पूर्णतः विजयी होंगे और विश्व में आत्मसंयम और अनुशासन की एक अलग मिसाल कायम करेंगे। जय हिन्द जय भारत जय हिन्द की सेना।हम होंगे कामयाब।
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